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Showing posts from September, 2011

pyar ko mere

प्यार को मेरे मैंने देखा है दृष्टी से, नजरो से मेरी आँखों से मैंने पाया हे सपनो में दिल में मेरी पलकों में मैंने चाहा हे प्यार को प्रकृति सा चाँद सा, सूरज सा ओउर तारो जैसा. मेरी भावना

घर वाली

दो दो हो गी इद भैया। दो दो अब दिवाली भाई। नेता अब दो दो हाथ हो गए एक हाथ में राज संभाला दूजे में अब खाज हो गई । जिंदगी भी अब दोराही हो गई एक घर वाली एक बाहर वाली हो गई। Pushepndra
कौन जाने किसकी हकीकत मै  तो जानु पल भर जीवन। वही ही गलियारे वही चोबारे। वही मेरा गाव वही मेरे लोग । बदला तो बस इतना ही बदला । दौड़ धुप कर जीवन जीना खाना पीना चलते चलते । कोन कहा का कोन कहा पर। कोन जाने किसकी हकीकत मै तो जानु मेरा गाव। मै  तो जानु पल भर जीवन। पुष्पेंद्र 

Mental for Salman khan

A boy walk in city area MENTAL (suspense) a college girl . just see (daily) girls is some different ( first time see is in college with bodyguard) not one can...... but actualy a mantal is deaf n dup fom ather state some track drinker lake purn othe hightway he is a soud work diffirent. This concept is written date  09/03/2011 So plz