कौन जाने किसकी हकीकत
मै  तो जानु पल भर जीवन।
वही ही गलियारे वही चोबारे।
वही मेरा गाव वही मेरे लोग ।
बदला तो बस इतना ही बदला ।
दौड़ धुप कर जीवन जीना
खाना पीना चलते चलते ।
कोन कहा का कोन कहा पर।
कोन जाने किसकी हकीकत
मै तो जानु मेरा गाव।
मै  तो जानु पल भर जीवन।

पुष्पेंद्र 

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